Thursday, July 28, 2005

आज के मुख्य समाचार

आडवानी साहब ने आज फिर कुछ कहा -- जब तक राम मन्दिर नहीं बन जाता, जनता शान्ति से नहीं बैठेगी. लेकिन, किन्तु, परन्तु आडवानी जी, इसी बीच में तो आपकी सरकार भी थी, आप भी तो उप-प्रधानमन्त्री थे. तब आपका मन क्योंकर न हुआ मन्दिर बनाने का? ईश्वर ही जाने संयोग है या क्या है, पर आज ही आडवानी जी पर अयोध्या काँड वाले मुक़द्दमे में अदालत में आरोप लगाये गये हैं. किन्चित इसी कारण ये सोच रहे हैं कि इससे पहले कि हालात धोबी के कुत्ते सी हो जाये, पाला-बदली का खेल बन्द करके पुराने हिट फोर्मुला ही बरता जाये. पर अब जनता भी इस बयानबाज़ी को भाव नहीं देती. अब काठ की हान्डी कितनी बार चुल्हा चढाइयेगा महोदय?

पिछले दिनों मुम्बई में वर्षा ने भीषण त्राहि मचाई. कई इलाकों में घण्टों बिजली गुल रही, फोन आदि सुविधायें ठप्प रहीं, यहाँ तक की लोगों को सडक पर रातें बितानी पडी. पर ये बरसात कुछ लोगों के लिये शुभ भी साबित हुई. अपने सलमान भाई ने चैन की साँस ली कि अब तो फोन भी नहीं चल रहा. बेचारे जब भी फोन उठाते हैं, कुछ न कुछ कबाडा कर लेते हैं. वैसे Airtel ने मुम्बई में जनता की परेशानियाँ देखते हुये लोकल काल्स मुफ्त कर दिये हैं. अपने श्री समाजसेवी विवेक ओबेरोय ने फिर से अपनी दरियादिली का परिचय देते हुये एक नया Airtel फोन सलमान को और उस फोन का नम्बर RAW को भेज दिया हैं. भाई, उन्हे भी तो पता चले कि सल्लू भाई आजकल किस को गलिया रहे हैं! वहीं उनके अनुज, सौहेल मियाँ अब कहते फिर रहे हैं कि बारिश के ही कारण उनकी नयी फिल्म "मैंने प्यार क्यों किया" मुम्बई में चल नहीं रही. ये हुआ न chance पे dance. फिल्म तो आपने सुभान-अल्लाह ऐसी बनाई है कि पैसे दे कर दिखाने पर भी कोई ना देखे, फिर फ्लॉप होने का ठीकरा कभी शिवसेना तो कभी बारिश के सर फोड रहें हैं. मतलब, हद्द होती है बेशर्मी की भी!

हरियाणा के गुडगाँव में पुलिस ने मज़दूरो की उग्र भीड को कुछ ऐसा काबू में किया की बहुतों की अभी तक कुछ खबर नहीं हैं. बरसों तेल पिलायी हुई लाठियाँ ऐसी भाँजी की सैकडों को अस्पताल जाना पडा. कम्पनी से त्रासद श्रमिक पुलिस के ऐसे हत्थे चढे कि अब शायद ही कहीं काम करने लायक बचें. ऐसा नहीं कि ये कोई अपने आप में नायाब घटना हो, पर इस दफा पुलिस की ये कवायद न्यूज़ चैन्लस के कैमरों में आ गई. देश भर में मानो कोहराम मच गया! खबर वालों को भी मल्लिका के MMS और गान्गुली की रोक के अलाव कुछ दिखाने को मिल गया. सरकार शायद इसे मामूली झडप बता कर अपना पल्ला झाड लेती पर वामपन्थियों ने इस पर भी सरकार की उठक-बैठक करवा दी. अब रे ताऊ, मन्ने तो यो बेरा ना पाट रिया की ये ससुरे वामपन्थी सरकार के सागे सैं के खिलाफ़ सैं! भाजपा, जो कि विपक्ष का सबसे बडा दल है, उसके मुँह पर तो अपनों के कारनामों के चलते ही ताला लगा हैं. बेचारे सदन से walkout के अलावा कुछ करते नहीं, और एक ये साथी हैं कि हर बात में नुख्स निकालते हैं. सरकार का आधा समय तो इनकी मान-मनुहार में ही निकल जाता है. पिछले दिनों ए.बी.प्रधान सोनिया जी से ये शिकायत करने पहुँच गये कि उनके खानसामे की कॉलॉनी में बिजली नहीं है. अब कल चले आयेंगें कि दूधवाले के यहाँ पानी नहीं हैं, परसों कहेंगे कि मेरी चाय में चीनी नहीं है. सोनिया जी ने भी राजनीति में कूदने के पहले यह नहीं सोचा होगा कि ऐसा भी दिन आयेगा.

आजकल MMS की बहुत चर्चा है. शायद इसे बनाने वाले लोगों ने भी इसका ऐसा उपयोग न सोचा होगा जैसा हम भारतीयों ने कर दिखाया हैं. मार्केट में नवीनतम MMS सानिया मिर्ज़ा का कहते हैं. भाई, आजकल सितारों के लिये तो यह एक स्टेटस सिम्बल हो चला है. जो जितना बडा सितारा, उसका MMS सबसे पहले. कुछ तो ऐसी गयी-गुज़री हीरोइनों ने भी बॉडी डबल्स पर इल्ज़ाम डाले हैं, जिन्हें खुद को कोई नहीं पूछता. सुनने में यह भी आया है कि डी.पी.एस. स्कूल के उन होनहार विद्यार्थियों को मोबाइल कम्पनियों ने रॉयल्टी के तौर पर मोटी रकम देने की सोची है. आखिर वो ना होते तो इन कम्पनियों को MMS के ज़रिये इतना मुनाफा कैसे होता भला? अब तो इतने सारे MMS चक्कर लगा रहे हैं कि सुनने में आया हैं कि एक नया टी.वी. चैनल शुरू होने वाला है जिस पर पूरे समय बस यही MMS दिखाये जायेंगे.

बस अभी के लिये इतना ही. बाकी सब ठीक है.

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